➤ हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर राजनीतिक हलचल तेज, मुख्यमंत्री सुक्खू दिल्ली रवाना
➤ कुलदीप सिंह राठौर का नाम हाईकमान की मंजूरी के बाद लगभग तय
➤ राठौर के नेतृत्व में चार उपचुनावों में कांग्रेस की जीत, बढ़ा राजनीतिक कद
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर प्रदेश में राजनीतिक सुगबुगाहट तेज हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस बीच दिल्ली रवाना हो चुके हैं, जहाँ वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर का नाम नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर लगभग तय माना जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने राठौर के नाम पर हरी झंडी दे दी है, और अब केवल औपचारिक घोषणा शेष है। संभावना है कि इस हफ्ते या अगले कुछ दिनों में राठौर की ताजपोशी हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो यह दूसरा मौका होगा जब राठौर प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालेंगे। वे वर्ष 2019 से 2022 तक भी पार्टी अध्यक्ष रह चुके हैं।
वर्तमान में प्रतिभा सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। उनका कार्यकाल अप्रैल 2025 में पूरा हो चुका है और पार्टी में नए नेतृत्व की मांग तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, होली लॉज ने भी राठौर के नाम का समर्थन किया है, जिससे उनके नाम को और मजबूती मिली है।
राठौर के नेतृत्व में कांग्रेस ने चार उपचुनावों — मंडी लोकसभा, अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई — में बीजेपी को 4-0 से हराया था। यह उपलब्धि उस समय की है जब देश में मोदी लहर और राज्य में जयराम ठाकुर की सरकार थी। इस जीत ने राठौर का राजनीतिक कद काफी बढ़ाया।
राठौर के तीन साल के अध्यक्षीय कार्यकाल के बाद पार्टी ने वीरभद्र सिंह परिवार को आगे बढ़ाते हुए प्रतिभा सिंह को अध्यक्ष बनाया और राठौर को उनके योगदान के पुरस्कारस्वरूप ठियोग से टिकट दिया। अपने पहले ही चुनाव में वे विधायक चुने गए।
हाल ही में रजनी पाटिल, जो प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हैं, ने भी राठौर की ईमानदारी और संगठनात्मक कौशल की खुलकर तारीफ की थी। उन्होंने ठियोग में वर्करों की बैठक के दौरान संकेत दिए कि राठौर की ताजपोशी लगभग तय है।
इसके अलावा, वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में भी राठौर को मंच पर प्रमुखता दी गई थी, जबकि कई कैबिनेट मंत्री मंच पर मौजूद नहीं थे। इससे भी संकेत मिले कि हाईकमान का झुकाव राठौर की ओर है।
पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं ने राठौर के नाम पर सहमति जताई है। हालांकि, शुरुआती दौर में राठौर स्वयं इस जिम्मेदारी को लेने से हिचक रहे थे, लेकिन अब उन्होंने स्पष्ट कहा है कि वे हाईकमान के आदेशों का पालन करेंगे।
अगर आखिरी वक्त में बदलाव हुआ तो शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का नाम भी चर्चा में है। हालांकि, अगर उन्हें अध्यक्ष बनाया गया तो उन्हें मंत्री पद छोड़ना होगा। इसके अलावा, विनय कुमार (रेणुकाजी), आशीष बुटेल, संजय रत्ना, विनोद सुल्तानपुरी और सुरेश कुमार जैसे नाम भी चर्चाओं में हैं।
इस बीच, राठौर दिल्ली से शिमला लौट रहे हैं, जहाँ उन्होंने उत्तराखंड संगठन सृजन अभियान की रिपोर्ट सौंपी थी। दो दिन दिल्ली में रहने के बाद वे शाम तक शिमला पहुंच जाएंगे।



